Intrusion Detection System in hindi

आज के इस डिजिटल युग में सुरक्षा एक महत्वपूर्ण चुनौती बन चुकी है। संगठन और कंपनियों के संचार और नेटवर्क पर नजर रखना आवश्यक है ताकि साइबर हमलों से बचा जा सके। Intrusion Detection System In Hindi (IDS) एक ऐसी Technology  है जो संगठनों की सुरक्षा में मदद करती है। इस लेख में हम इस तकनीक को बिस्तर पूर्वक समझेंगे और इसके फायदों पर चर्चा करेंगे।

Intrusion Detection System क्या है? – Intrusion Detection System in Hindi

Intrusion Detection System एक सुरक्षा प्रणाली है जो ग्रुप्स या नेटवर्क में नियम और नियमों के उल्लंघन की चेतावनी देती है। इस प्रक्रिया में, IDS नेटवर्क ट्रैफ़िक और उचित वेब सर्वर और सिस्टम लॉग फ़ाइल्स को मॉनिटर करता है और अगर किसी गलत कार्रवाई का संकेत मिलता है तो सिस्टम इसे चेतावनी देता है।

Intrusion Detection System in hindi

यह एक सुरक्षा प्रणाली के रूप में काम करता है जो नियमों के उल्लंघन की पहचान करके नेटवर्क और सिस्टम को सुरक्षित रखता है।

कैसे काम करता है IDS?

Intrusion Detection सिस्टम नेटवर्क ट्रैफ़िक और सिस्टम लॉग फ़ाइल्स की मॉनिटरिंग करता है ताकि नियम और नियमों के उल्लंघन की पहचान कर सके। यह विभिन्न प्रकार के Intrusion को मान्यता प्रदान करने की कोशिश करता है और जब कोई गलत कार्रवाई या संदेहजनक गतिविधि होती है तो यह चेतावनी देता है । IDS निम्नलिखित चरणों में काम करता है-

नेटवर्क मॉनिटरिंग:

IDS नेटवर्क ट्रैफ़िक को मॉनिटर करता है जैसे कि नेटवर्क के अंतर्गत डाटा पैकेट, प्रोटोकॉल, पोर्ट, और अन्य नेटवर्क संबंधित जानकारी की जांच करता है। यह इसके लिए नियम और नियमों के उल्लंघन की चेतावनी करता है और गलत कार्रवाई की पहचान करता है।

होस्ट मॉनिटरिंग:

IDS सिस्टम के लॉग फ़ाइल्स और सिस्टम की गतिविधियों को मॉनिटर करता है तथा नियम और नियमों के उल्लंघन की पहचान करता है। यह निश्चित चरणों में गतिविधियों की जांच करता है, जैसे कि नई फ़ाइल या एक्सेस की प्रयास, और जब गलत कार्रवाई का संकेत मिलता है तो यह सिस्टम चेतावनी देता है।

चेतावनी और प्रतिक्रिया:

IDS गलत कार्रवाई की पहचान करने के बाद चेतावनी देता है और उचित कार्रवाई को मार्क करता है। यह सिस्टम एडमिनिस्ट्रेटर को चेतावनी देता है जो तुरंत उचित प्रतिक्रिया दे सकता है, जैसे कि गलत कार्रवाई की रोकथाम, गलती की सुधार या नेटवर्क ब्लॉक करने जैसे कार्रवाई को लेने की।

विभिन्न प्रकार के Intrusion Detection System

Intrusion Detection सिस्टम विभिन्न प्रकार की हो सकती हैं और निम्नलिखित तरीकों में वर्गीकृत की जा सकती हैं:

(HIDS): यह सिस्टम एक विशिष्ट होस्ट या सिस्टम पर काम करता है और उसकी गतिविधियों को मॉनिटर करता है। इसमें लॉग फ़ाइल और सिस्टम फ़ाइल की जांच, गतिविधियों की ट्रैकिंग, और गलत कार्रवाई की पहचान के लिए नियम और नियमों का उपयोग किया जाता है। यह सिस्टम संदेहास्पद गतिविधियों और संभावित Intrusion के प्रति चेतावनी देता है ताकि एडमिनिस्ट्रेटर उचित प्रतिक्रिया दे सके।

(NIDS): यह सिस्टम नेटवर्क पर काम करता है और नेटवर्क की ट्रैफ़िक को मॉनिटर करता है। इसमें नेटवर्क पर आने वाली गतिविधियों की जांच, नियम और नियमों के उल्लंघन की पहचान करने वाली गतिविधियों के ट्रैकिंग, और चेतावनी देने की क्षमता होती है। यह सिस्टम नेटवर्क की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है और नियम उल्लंघन को तुरंत पहचान कर उचित प्रतिक्रिया प्रदान करता है।

Intrusion Detection System कैसे काम करता हैं?

Intrusion Detection सिस्टम (IDS) की प्रमुख काम क्रिया है संगठित नेटवर्क या होस्ट की गतिविधियों की मॉनिटरिंग करना और आपत्तिजनक गतिविधियों की पहचान करना। यह सिस्टम निम्नलिखित प्रकार से काम करता है-

  • IDS सिस्टम नेटवर्क या होस्ट की सभी गतिविधियों की निगरानी करता है। इसमें नेटवर्क ट्रैफ़िक के पैकेट और होस्ट सिस्टम की गतिविधियों की जांच शामिल होती है।
  • IDS सिस्टम में पहले से निर्धारित नियम और नियमों का उप निग्रह किया जाता है जो गतिविधियों की पहचान करता है। इन नियमों में गतिविधियों के प्रकार, आपूर्ति/डेस्टिनेशन एड्रेस, प्रोटोकॉल, पोर्ट नंबर और अन्य नेटवर्क पैरामीटर्स की परिभाषा होती है।
  • IDS सिस्टम नियम और नियमों के आधार पर संगठित नेटवर्क या होस्ट की गतिविधि को स्कैन करता है और उल्लंघन की पहचान करता है। इसमें विभिन्न तरीकों का उपयोग किया जा सकता है।
  • जब IDS सिस्टम किसी गतिविधि के बारे में पता करता है, तो यह चेतावनी देता है जिसमें उस गतिविधि का विवरण, स्थान, समय और अन्य जानकारी शामिल होती है। इससे सुरक्षा टीम को आपत्तिजनक गतिविधियों की सूचना हो जाती है जो उचित कार्रवाई की जा सकती है।

Intrusion Detection System के प्रकार

IDS सिस्टम कई तरह के हो सकते हैं और विभिन्न प्रकार के IDS सिस्टम निम्नलिखित हैं-

नेटवर्क आधारित IDS (NIDS): यह सिस्टम नेटवर्क ट्रैफिक को मॉनिटर करता है और गतिविधियों की पहचान करता है जो नेटवर्क पर देखा जा सकता है। यह नेटवर्क के रूप में प्रवेश करने वाली गतिविधियों को पकड़ता है जैसे कि डॉस अटैक, मैलवेयर, स्कैनिंग आदि।

होस्ट आधारित IDS (HIDS): यह सिस्टम होस्ट पर गतिविधियों की पहचान करता है जैसे कि निश्चित समय पर एक्सेस करने का प्रयास, लाबरिस फ़ाइल पहुंच, शैली निश्चिति आदि। यह होस्ट की सुरक्षा बढ़ाता है और उपभोक्ता के गतिविधि और आपूर्ति/डेस्टिनेशन एड्रेस जैसी विवरणों को मॉनिटर करता है।

पूर्व-धारा IDS (PIDS): यह सिस्टम पूर्व-धारा (inline) गतिविधियों की पहचान करता है जो गतिविधियों को रोक सकती हैं। इसमें गतिविधियों की पहचान के बाद उसपर उचित कार्रवाई की जाती है जैसे कि वेब एप्लीकेशन की विधिवत सत्यापन, गैित्रीकरण, डेटाबेस एक्सेस की प्रतिबंधिता आदि।

Intrusion Detection System के लाभ

Intrusion डिटेक्शन सिस्टम के उपयोग से विभिन्न लाभ हो सकते हैं। जिनमे से कुछ मुख्य लाभ निम्नलिखित हैं-

एक अच्छा IDS सिस्टम नेटवर्क की सुरक्षा में मदद करता है। यह अवैध गतिविधियों की पहचान करके नेटवर्क को सुरक्षित रखता है और संभवतः हानिकारक प्रवेश को रोकता है।

HIDS सिस्टम होस्ट की सुरक्षा में मदद करता है, यह गतिविधियों की पहचान करके होस्ट को सुरक्षित रखता है और अवैध क्रियाओं को रोकता है जो होस्ट को हानि पहुंचा सकती हैं।

IDS सिस्टम एक अतिरिक्त सुरक्षा लेयर प्रदान करता है जो फ़ायरवॉल और एंटीवायरस जैसे अन्य सुरक्षा उपकरणों के साथ मिलकर नेटवर्क और होस्ट की सुरक्षा को मजबूत करता है।

IDS सिस्टम नई और अनोखी गतिविधियों की पहचान कर सकता है

निष्कर्ष

दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको Intrusion Detection System के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है यदि आपको इसके  बारे में इस आर्टिकल में दी गई जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

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FAQs

Intrusion डिटेक्शन सिस्टम क्या है?

Intrusion डिटेक्शन सिस्टम (IDS) एक सुरक्षा उपकरण है जो कंप्यूटर नेटवर्क और सिस्टमों में संगठित रूप से आक्रमणों का पता लगाने के लिए उपयोग किया जाता है। इसका उपयोग साइबर हमलों को पहचानने और उनसे बचने में मदद करता है। इस उपकरण की मदद से नेटवर्क व्यवस्थापकों को इस बात का पता चलता है कि किसी भी अवैध गतिविधि का सामना किया जा रहा है जिससे वे समय रहते कार्यवाही कर सकते हैं।

IDS full form in Hindi

IDS का full form  Intrusion Detection System होता है.

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