Second Generation of Computer in Hindi | कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी

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कंप्यूटर के इस्तेमाल ने मानव विकास में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, इसलिए हमें कंप्यूटर के विकास के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए, इस लेख में हम Second Generation of Computer in Hindi (दूसरी पीढ़ी कंप्यूटर) के बारे में बात करने वाले हैं। दूसरी पीढ़ी कंप्यूटर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त करने के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

Second Generation of Computer in Hindi

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर (Second Generation of Computer) उन कंप्यूटरों को कहते हैं जो 1956 से 1963 तक बनाए गए थे। इन कंप्यूटरों में ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया जाता था जो कि वैकल्पिक तंत्र की तुलना में बहुत अधिक सस्ता और छोटा था।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर विशेष रूप से वैश्विक युद्ध के समय बनाए गए थे जब सेना ने तकनीकी उन्नयन के लिए बहुत धन खर्च किए थे। इन कंप्यूटरों का आकार पहली पीढ़ी के कंप्यूटरों से कम था जो उन्हें अधिक संभव बनाता था ताकि वे अधिक जगहों में उपयोग किए जा सकें।

Second Generation of Computer in Hindi

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों में थोड़ी सी स्केल इंटीग्रेशन के साथ अनेक प्रोसेसरों का उपयोग किया जाता था जो एक साथ काम करते थे और इससे उनकी कार्य क्षमता बढ़ जाती थी। दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों में स्टोरेज में मैग्नेटिक कोर रैंडम एक्सेस मेमोरी का उपयोग किया जाता था जो उस समय अधिक लोकप्रिय था।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों का उपयोग अधिक तेज़ गणना करने में सक्षम होने के साथ-साथ इनमें कम स्वरूपों के कोडिंग के कारण समय भी कम लगता था। इन कंप्यूटरों में प्रोग्रामिंग के लिए लोग कोबोल, फोरट्रान जैसी भाषाएं उपयोग करते थे। दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों में प्रचलित विशेषताओं में स्पष्ट डिस्प्ले, इनपुट डिवाइस और प्रिंटर शामिल थे।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों की उन्नति ने कंप्यूटिंग विज्ञान को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया था। इन कंप्यूटरों का उपयोग उद्योगों में संचार और लेखा-जोखा विभाग में सुधार के लिए किया जाता था। दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों की तकनीक और विशेषताएं आज भी संग्रहित हैं और कंप्यूटिंग के इतिहास का एक महत्वपूर्ण अध्याय हैं।

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर –

  • UNIVAC 1108
  • CDC 1604
  • Honeywell 400CDC 3600
  • IBM 7094

Features of Second Generation of Computer In Hindi

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों की कुछ विशेषताएं निम्नलिखित हैं-

  • दूसरी पीढ़ी में ट्रांजिस्टर का उपयोग किया गया जो वैक्यूम ट्यूब की तुलना में छोटे, तेज़ और अधिक विश्वसनीय थे।
  • दूसरी पीढ़ी में मैग्नेटिक कोर मेमोरी का प्रयोग किया गया जो पिछली पीढ़ी की ड्रम मेमोरी की तुलना में अधिक तेज़ और सुरक्षित थी।
  • दूसरी पीढ़ी में कोबोल, फोरट्रान जैसी भाषाएं प्रोग्रामिंग के लिए उपयोग की जाती थी।
  • इस पीढ़ी में इनपुट डिवाइस, प्रिंटर और स्पष्ट डिस्प्ले भी थे।
  • दूसरी पीढ़ी में कंप्यूटरों की शक्ति बढ़ी थी जिससे कंप्यूटरों का उपयोग और विस्तृत होने लगा।
  • दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों का उपयोग औद्योगिक क्षेत्र में भी किया जाने लगा और इससे आधुनिक औद्योगिक विकास में भी मदद मिली।

Advantages of Second Generation Computer in Hindi

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों के कुछ फायदे निम्नलिखित हैं-

  • दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों में ट्रांजिस्टर के उपयोग से कंप्यूटर की शक्ति बढ़ी, जिससे उनकी कार्य क्षमता अधिक हुई और कंप्यूटरों का उपयोग विस्तृत होने लगा।
  • मैग्नेटिक कोर मेमोरी के उपयोग से कंप्यूटरों में डेटा का स्थायी संग्रह होने लगा जो पिछली पीढ़ी की ड्रम मेमोरी की तुलना में तेज़ और सुरक्षित था।
  • दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों में कोबोल और फोरट्रान जैसी भाषाएं प्रोग्रामिंग के लिए उपयोग की जाती थी जो पिछली पीढ़ी की मशीन भाषा की तुलना में अधिक संवेदनशील थी।
  • दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों में इनपुट डिवाइस, प्रिंटर और स्पष्ट डिस्प्ले जैसी उपकरण शामिल थे जो उनके उपयोग को अधिक सरल बनाते थे।
  • दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों का उपयोग औद्योगिक क्षेत्र में भी किया जाने लगा जो आधुनिक औद्योगिक विकास के लिए
  • दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों में उपयोग किए जाने वाले कंप्यूटर भंडारण यूनिट की क्षमता पहली पीढ़ी के कंप्यूटरों से बहुत अधिक थी।
  • दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों के साथ, विशेषतः वैकल्पिक संगणक एकीकरण, सामान्य विषयों की व्यवस्था और बेहतर स्वचालन की विशेषताएं थीं।
  • दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों के उपयोग से वैज्ञानिक और अन्य शोधकर्ताओं को उनके अनुसंधान के लिए उपयुक्त उपकरण मिले जो उनके अनुसंधान को सहायता करते थे।

Disadvantages of Second Generation Computer in Hindi

सरी पीढ़ी के कंप्यूटरों के कुछ नुकसान निम्नलिखित हैं-

  • ये कंप्यूटर बहुत महंगे थे, उनके निर्माण में उच्च लागतों की आवश्यकता थी, जिसके कारण इनका उपयोग सामान्य लोगों द्वारा नहीं किया जा सकता था।
  • ये कंप्यूटर बहुत बड़े थे और ज्यादा ऊँचाई के साथ तैयार किए जाने के कारण, उन्हें रखने के लिए विशेष इंफ्रास्ट्रक्चर की आवश्यकता होती थी।
  • इनके प्रक्रिया विधि में विस्तारित समय की आवश्यकता थी, जो किसी भी व्यक्ति के लिए बहुत लंबा हो सकता था।
  • इनके प्रोसेसर में कुछ तकनीकी त्रुटियां थीं, जिसके कारण उनमें कुछ विशेष कार्य नहीं किए जा सकते थे।
  • इनकी सेवाओं और मेमोरी इकाई में सीमित थी, जिससे बड़े प्रोजेक्ट और बड़ी डेटा सेट्स के साथ काम करने में कठिनाई होती थी।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने (कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी)  Second Generation of Computer in Hindi के बारे में आपको जानकारी दी है। यदि आपकी कंप्यूटर की दूसरी पीढ़ी के बारे में यह जानकारी पसन्द आयी हो तो इस जानकारी को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

FAQs

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटर का क्या नाम है?

UNIVAC 1108
CDC 1604
Honeywell 400CDC 3600
IBM 7094

सेकंड जनरेशन में क्या हुआ था?

दूसरी पीढ़ी के कंप्यूटरों की उन्नति ने कंप्यूटिंग विज्ञान को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाया था। इन कंप्यूटरों का उपयोग उद्योगों में संचार और लेखा-जोखा विभाग में सुधार के लिए किया जाता था।

दूसरी पीढ़ी का सबसे लोकप्रिय कंप्यूटर कौन सा है?

IBM 1620, CDC 1604, IBM 7094, UNIVAC 1108, CDC 3600 इत्यादि.

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मैं एक हिंदी ब्लॉगर हूँ, मेरा नाम हरपाल प्रजापति है और यहाँ पर हम इंटरनेट, कंप्यूटर, टेक्नोलॉजी और गेमिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी और अपडेट्स आप के साथ साझा करते हैं।

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