Data Independence in Hindi – डेटा इंडिपेंडेंस क्या है?

हेलो दोस्तों इस लेख में हम आपको डाटा इंडिपेंडेंस क्या है? Data Independence in Hindi के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने वाले हैं इसके अलावा डाटा इंडिपेंडेंस के प्रकार तथा फिजिकल और लॉजिकल डाटा इंडिपेंडेंस के बीच अंतर के बारे मे बताएंगे यदि आप डाटा इंडिपेंडेंस के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

Data Independence in Hindi – डेटा इंडिपेंडेंस क्या है?

Data Independence का यह अर्थ होता है कि यदि किसी एक स्तर से data को परिवर्तित कर दिया जाता है तो वह data किसी उच्च स्तर पर स्कीमा डेफिनेशन को प्रभावित नहीं करता है।

यदि हम Data Independence को साधारण भाषा मे समझे तो Data Independence, DBMS की ऐसी विशेषता है जिसके द्वारा हाई लेवल पर डेटाबेस स्कीमा को परिवर्तित किये बिना ही दूसरे लेवल पर सिस्टम डेटाबेस में डेटाबेस स्कीमा को परिवर्तित कर सकते हैं।

Data Independence in Hindi 1
Data Independence in Hindi

डेटा इंडिपेंडेंस के प्रयोग से हम सभी प्रोग्राम में DATA को अलग अलग करके रख सकते हैं तथा Data Independence को Three schema Architecture के द्वारा बड़ी ही आसानी से समझ सकते हैं।

Data Independence के प्रकार – Types of Data Independence in Hindi

Data Independence दो प्रकार के होते हैं जिनके बारे में निम्नलिखित जानकारी दी गई है-

  1. Logical data independence
  2. Physical Data Independence

Logical data independence in Hindi

  • Logical data independence वह होता है जिसमे external schema (view level) को परिवर्तित किये बिना logical schema (conceptual level) को परिवर्तित कर दिया जाता है।
  • इसका उपयोग logical schema से external schema को अलग करने के लिए किया जाता है।
  • यह सकभी प्रक्रिया यूजर इंटरफेस लेवल पर परफॉर्म होती है।
  • इसमे यदि डेटा के conseptual लेवल पक़र कोई परिवर्तन करते है तो view लेवल पर इसका कोई प्रभाव नही पड़ता है।

Ex -: external schema में बिना परिवर्तन करें Conceptual schema में नए एलिमेंट्स को जोड़ना या डिलीट करना possible है।

Physical Data Independence in Hindi

  • Physical Data Independence वह होता है जिसमे logical schema में कोई भी परिवर्तन किए बिना physical schema में परिवर्तन किया जाता है।
  • इसका उपयोग internal level से conceptual level को अल अलग रखने के लिए किया जाता है।
  • यह प्रक्रिया लॉजिकल इंटरफेस लेवल पर परफॉर्म होती है।
  • यदि हम इसमे डाटाबेस सिस्टम सर्वर के स्टोरेज साइज को परिवर्तित करें तो डेटाबेस से conceptual structure पर इसका कोई भी प्रभाव नहीं पड़ता है।

Ex-: डेटाबेस की लोकेशन को C ड्राइव से D ड्राइव में परिवर्तित करना।

DBMS डेटा स्वतंत्रता के लेवल

DBMS में डेटा स्वतंत्रता के लेवल को तीन लेवल में विभाजित किया गया है जो कि निम्नलिखित है-

  1. First Level (Conceptual Level) –
  2. Second Level (Internal Level) –
  3. View Level (दृश्य लेवल) –

First Level (Conceptual Level) – यह एक कॉन्सेप्चुअल लेयर होती है जिसे डेटा की लॉजिकल संरचना या स्कीमा भी कहा जाता है। यदि कोई यूजर एप्पलीकेशन इसमे किसी relation attributes के subset पर कार्य करती है और बाद में उसी रिलेशन में किसी नए attributes को जोड़ा जाता है तो इससे कोई परिवर्तन नही होता है।

Second Level (Internal Level) – Second level को फिजिकल डेटा स्वतंत्रता भी कह सकते हैं इसमे तार्किक डेटा स्वतंत्रता भौतिक डेटा स्कीमा के लिए कार्य करती है।

View Level (दृश्य लेवल) – Data Independence के इस लेवल पर कोई भी स्वतंत्र प्रभाव हमेशा नही होता है क्योंकि इस लेवल के ऊपर कोई अन्य लेवल नही पाया जाता है।

Difference between Physical and Logical Data Independence in Hindi

Physical Data IndependenceLogical Data Independence
1. यह मुख्यतः डेटा को सिस्टम में स्टोर करने के बारे में चिंता (Concern) करता है।यह मुख्यतः डेटा डेफिनेशन या structure में होने वाले बदलाव के लिए चिंता करता है।
2. इसको प्राप्त करना Logical independence के मुकाबले काफी आसान है।इसको प्राप्त करना Physical Independence के मुकाबले काफी मुश्किल होता है।
3. Physical Data Independence इंटरनल स्कीमा के बारे में जानकारी प्रदान करता है।Logical Data इंडिपेंडेंस Conceptual schema के बारे में जानकारी प्रदान करता है।
4. इसमे फिजिकल लेवल पर परिवर्तन करने के लिए ऍप्लिकेशन प्रोग्राम लेवल पर परिवर्तन करने के जरूरत नही होती है।यदि हम Logical लेवल पर कोई परिवर्तन करना है तो हमे ऍप्लिकेशन लेवल पर भी परिवर्तन करना पड़ेगा।
5. इसमे structure को वेहतर करने के लिए इंटरनल लेवल पर बदलाव करना आवश्यक नही होता है।Logical structure को डाटाबेस से बदलने के लिए हमे Logical लेवल पर परिवर्तन करना आवश्यक होता है।

निष्कर्ष

इस आर्टिकल में हमने आपको डाटा इंडिपेंडेंस क्या है? डाटा इंडिपेंडेंस के प्रकार तथा फिजिकल और लॉजिकल डाटा इंडिपेंडेंस में अंतर के बारे में जानकारी दी है यदि आपको दी गई जानकारी पसंद आई हो तो उसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें और हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।

FAQs

DBMS डेटा स्वतंत्रता के कितने लेवल हैं?

DBMS में डेटा स्वतंत्रता के लेवल को तीन लेवल में विभाजित किया गया है जो कि निम्नलिखित है-
First Level (Conceptual Level), Second Level (Internal Level), View Level (दृश्य लेवल)

डेटा इंडिपेंडेंस के प्रकार

Data Independence दो प्रकार के होते हैं जिनके बारे में निम्नलिखित जानकारी दी गई है-
Logical data independence
Physical Data Independence

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