Hello दोस्तों इस आर्टिकल में हम आपको मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार, मल्टी टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम के फायदे और नुकसान क्या है इसके बारे में जानकारी देने वाले हैं यदि आपको मल्टी टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त करनी हो तो आप इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।
मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है? – Multitasking Operating System in Hindi
एक ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम जिसके द्वारा एक कंप्यूटर में एक समय मे एक से अधिक टास्क को पूरा किया जा सकता है मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम कहलाता है।
यदि हम मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम को साधारण भाषा मे समझे तो इस ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग करके किसी कंप्यूटर में एक समय पर एक से अधिक कार्यो को पूरा किया जा सकता है।
आमतौर पर मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग सिस्टम के संसाधनों को share करने के लिये होता है।
कंप्यूटर में एक ही समय पर म्यूजिक सुनना, वीडियो देखना, ब्राउज़िंग करना मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम के कारण ही संभव हो पाता है।
अभी के समय मे मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम का प्रयोग लगभग सभी सिस्टम में किया जाता है क्योंकि इनका इस्तेमाल बजट फ्रेंडली भी होता है।
कंप्यूटर सिस्टम को इंटरेक्टिव बनाने के लिए मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम को विकसित किया गया है।
मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम कंप्यूटर में मौजूद संशाधनों और कंप्यूटर में चल रहे सभी टास्क पर निगरानी करता है। यह सिस्टम एक ऐसा तंत्र बनाता है जिसकी मदद से कंप्यूटर में चल रहे सभी घटनाओं पर नियंत्रण किया जा सकता है।
मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार – Types of Multitasking Operating System in Hindi
मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम दो प्रकार के होते हैं जो कि निम्नलिखित दिए गए हैं-
- Preemptive Multitasking
- Cooperative Multitasking
Preemptive Multitasking
ऑपरेटिंग सिस्टम Preemptive Multitasking की मदद से यह निश्चित करता है कि इस ऑपरेटिंग सिस्टम को दिए गए टास्क को पूरा करने में कितना समय लगने वाला है यह कार्य Preemptive Multitasking के द्वारा किया जाता है।
सबसे पहले इस Operating System का प्रयोग Unix Operating System में किया गया था, Preemptive Multitasking का प्रयोग करने वाले सबसे पहले windows, Windows NT व Windows 95 है।
Cooperative Multitasking
Cooperative Multitasking का प्रयोग MacOS और Windows दोनो में किया जाता है Cooperative Multitasking को Non Preemptive Multitasking के नाम से भी जाना जाता है। बर्तमान में चल रहे कार्यों को run करने के लिए Cooperative Multitasking का प्रयोग किया जाता है।
मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम के फायदे – Advantages of Multitasking operating system in Hindi
मल्टी टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम के क्या फायदे हैं जिनमें से कुछ निम्नलिखित दिए गए हैं-
- यह ऑपरेटिंग सिस्टम सभी टास्क को समय पर और एक्यूरेसी से इसलिए कर लेता है क्योंकि इसमें सभी टास्क को कंप्लीट करने के लिए सिस्टम को पर्याप्त समय दिया जाता है।
- यह ऑपरेटिंग सिस्टम एक समय में एक से अधिक टास्क को एग्जीक्यूट कर लेता है।
- इस ऑपरेटिंग सिस्टम में एक बहुत बड़ा वर्चुअल मेमोरी स्थापित होता है जिस कारण से सभी प्रोग्राम को पर्याप्त मात्रा में मेमोरी उपलब्ध होती है।
- इस ऑपरेटिंग सिस्टम का मेमोरी मैनेजमेंट काफी अच्छा होता है जिसके फल स्वरुप कोई भी वायरस इत्यादि सिस्टम के अंदर नहीं जा पाते हैं।
- इस ऑपरेटिंग सिस्टम में प्रोग्राम राम गेमिंग कंसोल हार्ड ड्राइव जैसे सभी संसाधनों को अच्छी तरह से मैनेज किया जाता है।
- इस ऑपरेटिंग सिस्टम में एक समय पर एक से अधिक यूजर को हैंडल या मैनेज किया जा सकता है।
- इस ऑपरेटिंग सिस्टम में यूजर एक समय पर एक से अधिक प्रोग्राम चल सकते हैं जैसे की एमएस ऑफिस वेब ब्राउजिंग ऑडियो वीडियो इत्यादि।
मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम के नुकसान – Disadvantages of Multitasking operating system in Hindi
मल्टी टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ नुकसान भी है जो की निम्नलिखित दिए गए हैं-
- इस ऑपरेटिंग सिस्टम में एक समय पर अधिक प्रोग्राम चलने पर प्रोसेसर की गति धीमी हो जाती है जिस प्रक्रिया को पूरा होने में थोड़ा सा अधिक टाइम लगता है।
- मल्टी टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम में एक समय पर कई सारे प्रोग्राम्स रन किए जाते हैं इसलिए सिस्टम की परफॉर्मेंस भी काम हो जाती है।
- इस समय पर अधिक प्रोग्राम रन करने के लिए प्रोसेसर को ज्यादा काम करना पड़ता है इसलिए प्रोसेसर और सीपीयू जल्दी गर्म हो जाते हैं।
Multitasking और Multiprocessing में क्या अंतर है?
Multitasking | Multiprocessing |
---|---|
1. एक समय पर एक सिस्टम से एक से अधिक टास्क को किया जाता है उसे मल्टीटास्किंग कहते हैं। | एक सिस्टम में एक से अधिक प्रोसेसर का उपयोग मल्टी प्रोसेसिंग कहलाता है। |
2. इस ऑपरेटिंग सिस्टम में सिर्फ एक सीपीयू का प्रयोग किया जाता है। | इस ऑपरेटिंग सिस्टम में सिर्फ एक सीपीयू का प्रयोग किया जाता है। |
3. इस सिस्टम में एक बार में सिर्फ एक प्रक्रिया को प्रोसेस किया जाता है। | इस सिस्टम में एक बार में एक से अधिक प्रक्रियाओं को प्रक्रिया किया जा सकता है। |
4. यह ऑपरेटिंग सिस्टम खर्चीला होता है। | यह ऑपरेटिंग सिस्टम सस्ता होता है। |
5. इस ऑपरेटिंग सिस्टम में यूजर की संख्या हमेशा एक से अधिक होती है। | इस ऑपरेटिंग सिस्टम में यूजर की संख्या एक अथवा एक से अधिक हो सकती है। |
6. इस ऑपरेटिंग सिस्टम की गति धीमी होती है। | इस ऑपरेटिंग सिस्टम में एक से अधिक प्रोसेसर का उपयोग किया जाता है इसलिए इसकी गति काफी तेज होती है। |
7. इस ऑपरेटिंग सिस्टम की परफॉर्मेंस कम अच्छी होती है। | इस ऑपरेटिंग सिस्टम की परफॉर्मेंस ज्यादा अच्छी होती है। |
निष्कर्ष
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको Multitasking Operating System के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी देने का प्रयास किया है हमें आशा है कि मल्टी टास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी यदि आपको यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें और हमें गूगल न्यूज़ पर जरूर फॉलो करें ताकि आप इसी तरह की महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकें।
FAQs
मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम क्या है?
एक ऐसा ऑपरेटिंग सिस्टम जिसके द्वारा एक कंप्यूटर में एक समय मे एक से अधिक टास्क को पूरा किया जा सकता है मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम कहलाता है।
मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम के प्रकार
मल्टीटास्किंग ऑपरेटिंग सिस्टम दो प्रकार के होते हैं जो कि निम्नलिखित दिए गए हैं-
Preemptive Multitasking
Cooperative Multitasking
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