IC क्या हैं? | Integrated Circuit in Hindi, इसके कार्य और प्रकार

अगर आप एक कंप्यूटर साइंस के स्टूडेंट हैं तो आप कंप्यूटर का उपयोग जरूर करते होंगे और कभी ना कभी अपने कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाले IC CHIP के बारे में जरूर सोचा होगा की यह क्या होता है। क्या आप जानते हैं IC क्या है? IC किसे कहते हैं? यदि आपको नहीं पता तो आपको किसी भी तरह से परेशान होने की आवश्यकता नहीं है।

IC Integrated Circuit क्या है

क्योंकि इस आर्टिकल में हम आपको Integrated Circuit in Hindi के बारे में बताने जा रहे हैं। IC कंप्यूटर में इस्तेमाल होने वाला एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है। IC कंप्यूटर में किस लिए इस्तेमाल किया जाता है इसके बारे में इस आर्टिकल में आपको पूरी जानकारी मिल जाएगी तो IC से संबंधित समस्त जानकारी के लिए आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

इंटीग्रेटेड सर्किट क्या है? (What is IC in Hindi)

आईसी अथवा इंटीग्रेटेड सर्किट एक छोटी सी चिप होती है जो कि (semiconductor material) अर्धचालक सामग्री सिल्कन से बनी हुई होती है। छोटी सी IC (इंटीग्रेटेड सर्किट) के अंदर कई सारे इलेक्ट्रॉनिक घटक को जैसे कि Capacitors, registers, diodes, resistors और transistors को आपस में (conducting wire) एक तार की मदद से जोड़ा हुआ होता है।

IC या Integrated Circuit एक स्मॉल साइज इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस होती है जिसको diodes,  Capacitors, resistors और transistors जैसे कई सारे एलिमेंट का प्रयोग करके बनाया जाता है। यह किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कंप्यूटर मोबाइल का सबसे महत्वपूर्ण भाग होता है। इसको इंटीग्रेटेड सर्किट चिप ( IC Chip ) के नाम से जानते हैं।

IC का इतिहास (History of IC In Hindi)

आईसी अथवा इंटीग्रेटेड सर्किट का आविष्कार Jack Kilby के द्वारा 12 सितंबर 1958 ईस्वी में किया गया था। जिसके बाद इस महान अविष्कार के लिए Jack Kilby को वर्ष 2000 में नोबेल पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया था। शुरूआत में IC चिप के अंदर कुछ ही मात्रा में ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया जाता था परंतु अब बढ़ती टेक्नोलॉजी के दौर में छोटी सी आई सी इंटीग्रेटेड सर्किट चिप के अंदर लाखों ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया जाता है।

IC के अविष्कार के बिना आज के जमाने में इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का विकास बिल्कुल भी संभव नहीं हो सकता था। पुराने जमाने में जब कंप्यूटर का आविष्कार किया गया था तब उनका आकार लगभग एक बड़े से कमरे के बराबर होता था। क्योंकि तब IC का अविष्कार नहीं किया गया था और उनमे IC के बजाएं सुचिंग कंपोनेंट्स जैसे कि ट्रांजिस्टर, वेक्यूम ट्यूब, सामान्य सर्किट का प्रयोग किया जाता था इन सर्किट में सिर्फ एक ही कंपोनेंट का प्रयोग किया जा सकता था।

ic kya hai

जबकि इंटीग्रेटेड सर्किट ( IC ) में हजारों लाखों छोटे ट्रांजिस्टर, कैपेसिटर और रजिस्टर का प्रयोग किया जाता है सिर्फ एक ही छोटी सी IC के अंदर इतने कंपोनेंट्स होने के कारण इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का आकार छोटा बनाने में सफलता हासिल हुई।

सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण में एक सर्किट बोर्ड लगा रहता है जिस पर एक छोटे आकार की चिप लगी रहती है जिसको हम IC या इंटीग्रेटेड सर्किट चिप के नाम से जानते हैं।

IC चिप की जनरेशन ( Generation of IC in Hindi)

आज के समय में इंटीग्रेटेड सर्किट चिप में हजारों लाखों कंपोनेंट एकीकृत होते हैं परंतु शुरुआती समय में ऐसा नहीं होता था। शुरुआत के समय में कुछ ही ट्रांजिस्टर को एक साथ प्रयोग करके IC चिप को बनाया गया था। जिसके बाद धीरे-धीरे टेक्नोलॉजी का विकास हुआ और इसी क्रम में कई सारे बड़े-बड़े अपडेट किए गए IC के प्रत्येक बड़े अपग्रेड को एक जनरेशन के रूप में माना गया IC चिप की जनरेशन के बारे में निम्नलिखित जानकारी दी गई है –

Small-Scale Integration (SSI)

शुरुआती समय में इंटीग्रेटेड सर्किट में कुछ ही मात्रा में ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया जाता था इसलिए इस जनरेशन को Small-Scale Integration कहां जाता है। इस जनरेशन में कुछ ही मात्रा में लॉजिक गेट्स और 100 से भी कम ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया जाता था। शुरुआत के समय में Philips TAA320 तथा Plessey SL201 में दो ट्रांजिस्टर्स का प्रयोग किया जाता था। 

Medium-Scale Integration (MSI)

इसके बाद सन् 1960 के समय में इंटीग्रेटेड सर्किट में एक बड़ा बदलाव किया गया जिसके बाद IC CHIP में सैकड़ों ट्रांजिस्टर को एक साथ इंटीग्रेट किया जाने लगा तथा इस जनरेशन को Medium-Scale Integration नाम दिया गया। जिसके बाद IC अथवा इंटीग्रेटेड सर्किट बोर्ड का आकार और भी कम किया जाने लगा।

Large-Scale Integration (LSI)

1970 के दशक आते-आते IC चिप में फिर से बदलाव किया गया और इसकी कार्यक्षमता को और भी बढ़ा दिया गया। जिसके बाद इंटीग्रेटेड सर्किट चिप में हजारों इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स और सैकड़ों लॉजिक गेट्स को एकीकृत किया जाने लगा। इस जनरेशन को Large-Scale Integration कहा गया। जिसके बाद इसी समय में माइक्रो प्रोसेसर का आविष्कार भी किया गया।

Very-Large Scale Integration (VLSI)

इसके बाद एक छोटी सी IC में और भी विकास किया गया जिसके बाद IC में इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट की संख्या में और भी इजाफा होने लगा तथा इंटीग्रेटेड सर्किट IC चिप का आकार लगातार कम होता गया। इसी जनरेशन में सन 1986 में पहली मेगाबाइट मेमोरी (RAM) लांच की गई जिसमें मिलियंस की संख्या में ट्रांजिस्टर का प्रयोग किया गया इसके अलावा VLSI टेक्नोलॉजी का प्रयोग माइक्रोचिप प्रोसेसर बनाने के लिए भी किया गया।

Ultra-Large Scale Integration (ULSI)

इसके बाद शुरुआत हुई Ultra-Large Scale Integration जनरेशन की। इसके अंतर्गत सैकड़ों लॉजिक गेट्स तथा बिलियंस ट्रांजिस्टर से को एक सिंगल आईसी चिप के अंदर एम्बेडेड किया गया। ULSI Circuit के विकाश के बाद और भी बेहतर माइक्रोचिप प्रोसेसर बनाने में सहायता प्राप्त हुई।

Integrated Circuit (IC) के प्रकार

Integrated Circuit (IC) को विभिन्न मापदंडों के अनुसार अलग-अलग भागों में बांटा गया है जो कि निम्नलिखित दिए गए हैं –

Analog ICs

इस तरह की आईसी चिप में input तथा Output सिग्नल निरंतर क्रम में कार्य करते रहते हैं। लाइन आईसी अथवा एनालॉग आईसी सबसे सरलतम सर्किट चेक होती हैं। क्योंकि इस प्रकार के सर्किट में बहुत ही कम कंपोनेंट्स का प्रयोग किया जाता है। उदाहरण के तौर पर एक माइक्रोफोन जो कि ध्वनि तरंगों को विद्युत ऊर्जा से ऑडियो सिग्नल मैं परिवर्तित कर देता है। साधारण तौर पर एनालॉग IC का प्रयोग उन डिवाइस के लिए किया जाता है जो बातावरण में सिग्नल भेजते या सिग्नल लेते हैं।

Digital ICs

यह IC इलेक्ट्रॉनिक सिग्नल दो परिभाषित लेबल पर संचालित किए जाते हैं न की सभी आयामों में। इस प्रकार के सर्किट कई Multiplexers, digital gates, flip flops तथा कई प्रकार के दूसरे इलेक्ट्रॉनिक कंपोनेंट्स का प्रयोग करके बनाए जाते हैं जो कि सिग्नल को दो अलग-अलग फॉर्म परिभाषित करते हैं। इन सिग्नल को 0 और 1 के रूप में रखा जाता है जिसमे 0 को On तथा 1 को Off माना जाता है।

Mixed Single ICs

इस प्रकार के सर्किट में एनालॉग IC तथा डिजिटल ic दोनों को एक ही चिप में संयोजित कर लिया जाता है। इस प्रकार की IC एनालॉग से डिजिटल तथा डिजिटल से एनालॉग कनवर्टर IC की तरह कार्य करती हैं।

IC के उपयोग

  • IC (इंटीग्रेटेड सर्किट) का उपयोग कई प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस में किया जाता है।
  • मुख्यता IC का उपयोग मोबाइल तथा कंप्यूटर में चिप के रूप में किया जाता है।
  • IC का उपयोग बहुत सारे घरेलू उपकरणों में किया जाता है जैसे कि फ्रिज, टीवी, वाशिंग मशीन इत्यादि।
  • IC का उपयोग लगभग हर तरह के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के अंदर किया जाता है।
  • IC का उपयोग पावर अप्लायंसेस, एंपलीफायर, वोल्टेज रेगुलेटर, माइक्रोवेव इत्यादि में किया जाता है।

IC की विशेषताएं और लाभ

  • IC अथवा इंटीग्रेटेड सर्किट इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए एक बहुत महत्वपूर्ण आविष्कार है जिसकी कुछ विशेषताएं निम्नलिखित दी गई हैं-
  • IC की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसका आकार बहुत छोटा होता है जिसके बावजूद इसमें लाखों ट्रांजिस्टर का उपयोग किया जा सकता है।
  • IC का आकार छोटा होने के कारण कई प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी आकार से छोटे बनाए जा सकने में सफलता मिली।
  • पुराने सर्किट के मुकाबले आईसी सर्किट आकार में कई गुना छोटे होने के कारण इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे कंप्यूटर और मोबाइल को बहुत छोटा बनाया जा सका।
  • इनका आकार छोटा होने के कारण बिजली की खपत भी काफी कम होती है।
  • IC चिप खराब होने पर आसानी से बदली जा सकती हैं।
  • IC चिप के उपयोग के बाद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के परफॉर्मेंस में सुधार हुआ।

IC के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी

  • IC (इंटीग्रेटेड सर्किट) को बनाना एक बहुत ही मुश्किल कार्य है परंतु बहुत बड़े स्तर पर उत्पादन के कारण यह काफी सस्ती मिल जाती हैं।
  • किसी भी डिवाइस की स्पीड तथा उसकी परफॉर्मेंस में इंटीग्रेटेड सर्किट का महत्वपूर्ण योगदान होता है।
  • इंटीग्रेटेड सर्किट का आविष्कार 12 सितंबर 1998 ईस्वी को दिया गया था।
  • IC के अविष्कार के पहले कंप्यूटर का आकार एक बड़े कमरे के बराबर होता था तथा बजन में लगभग 20 से 30 टन के बराबर होते थे।
  • IC इंटीग्रेटेड सर्किट के आविष्कार के बाद कंप्यूटर का आकार धीरे धीरे छोटा होने लगा।

निष्कर्ष

दोस्तों इस आर्टिकल में आपने जाना की IC क्या है? इंटीग्रेटेड सर्किट किसे कहते है? इसके अलावा आपने इस आर्टिकल में इंटीग्रेटेड सर्किट की जनरेशन के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी प्राप्त की है। यदि आपको इंटीग्रेटेड सर्किट से संबंधित यह जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें और इसी तरह की कंप्यूटर और टेक्नोलॉजी से संबंधित जानकारी के लिए नोटिफिकेशन बेल को जरूर सब्सक्राइब करें और हमें सोशल मीडिया पर अवश्य फॉलो करें।

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FAQ

IC कितने प्रकार के होते हैं?

Integrated Circuit (IC) को विभिन्न मापदंडों के अनुसार अलग-अलग भागों में बांटा गया है जो कि निम्नलिखित दिए गए हैं –
Analog ICs, Digital ICs, Mixed Single ICs .

आईसी का क्या अर्थ है?

आईसी का अर्थ IC (Integrated Circuit) होता है। इसका प्रयोग बहुत सारे इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में किया जाता है।

आईसी किससे बनी होती है?

आईसी (semiconductor material) अर्धचालक सामग्री सिल्कन से बनी हुई होती है। इसके अंदर Capacitors, resistors, diodes और transistors को एक तार की मदद से जोड़ा जाता है।

कंप्यूटर में आईसी क्या होता है?

आईसी अथवा इंटीग्रेटेड सर्किट एक छोटी सी चिप होती है जो कि (semiconductor material) अर्धचालक सामग्री सिल्कन से बनी हुई होती है।

IC के अंदर क्या होता है?

IC के अंदर Diodes, Capacitors , Ransistors और इसी प्रकार के कई Microscopic एलिमेंट मौजूद रहते हैं।

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