Fourth Generation of Computer in Hindi | चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर

इस लेख में हम Fourth Generation of Computer in Hindi के बारे में पढ़ने वाले हैं चौथी पीढ़ी कंप्यूटर वर्तमान समय की तकनीक की एक अद्भुत पैरामीटर है। इस लेख में हम चौथी पीढ़ी कंप्यूटर के बारे में विस्तृत जानकारी देंगे। चौथी पीढ़ी कंप्यूटर के उदय के साथ हम उनकी विशेषताओं और उनके उपयोगों के बारे में भी बात करेंगे।

Fourth Generation of Computer in Hindi – चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर

कंप्यूटर तकनीक ने उन्नति के बढ़ते हुए स्तर पर बदलाव लाया है। प्रारंभिक दिनों में, उन्नति के बढ़ते हुए स्तर पर कंप्यूटर सिस्टम लंबे समय तक लगभग स्थिर रहते थे। परन्तु चौथी पीढ़ी कंप्यूटर के उदय के साथ, कंप्यूटर सिस्टमों में अधिकतर बदलाव आए और यह आज के दौर में एक बड़ा और महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।

Fourth Generation of Computer in Hindi

चौथी पीढ़ी कंप्यूटर 1971 और 1984 के बीच उत्पन्न हुए। इस पीढ़ी के कंप्यूटर इस प्रकार थे, जो माइक्रोप्रोसेसर नामक चिप पर आधारित थे।

चौथी पीढ़ी कंप्यूटर की विशेषताएं

चौथी पीढ़ी कंप्यूटर इस बात का उल्लेखनीय है कि ये कंप्यूटर व्यक्तिगत उपयोग के लिए बनाए गए थे। इस पीढ़ी के कंप्यूटर अत्यंत आसानी से उपयोग किए जा सकते हैं और उन्हें आम लोगों के द्वारा भी संभाला जा सकता है। इनमें से कुछ अन्य विशेषताएं निम्नलिखित हैं –

  • चौथी पीढ़ी कंप्यूटर छोटे आकार के थे और सुविधाजनक थे।
  • ये कंप्यूटर बहुत तेज़ होते थे।
  • इनके उपयोग से बहुत से काम अब संभव होने लगे थे जो पहले असंभव थे।
  • इनमें दी गई जानकारी और डाटा वास्तव में उनके नाम के हिसाब से संग्रहित होते थे।
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में ट्रांजिस्टर का उपयोग किया गया था।
  • चौथी पीढ़ी कंप्यूटर ने अगली पीढ़ी के कंप्यूटरों की तुलना में बहुत सरलता और सुविधा दी।
  • इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में माउस और कीबोर्ड का भी उपयोग किया जाना शुरू हुआ था।

चौथी पीढ़ी कंप्यूटर के उपयोग

चौथी पीढ़ी कंप्यूटर का उपयोग बहुत से क्षेत्रों में किया जाता था। ये कंप्यूटर आमतौर पर दूकानों, अस्पतालों, विद्यालयों, और ऑफिसों में इस्तेमाल होते थे।

इनके उपयोग से बहुत से काम आसान होते थे, जैसे वित्तीय लेखा-जोखा, व्यावसायिक निष्पादन और संचालन, डाटा एंट्री, तैयारी और संशोधन के लिए दस्तावेज़ों और सूचनाओं का संग्रह, अनुवाद, और कंप्यूटरीकृत व्यवस्था आदि। इनका उपयोग आज भी किया जाता है लेकिन तब इनके उपयोग से बहुत से काम जो अब आसान होते हैं वे उस समय कठिन थे।

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के उदाहरण

  • IBM PC and compatibles
  • Apple Macintosh
  • Commodore Amiga
  • Atari ST
  • Tandy TRS-80
  • MSX-Compatible Systems
  • Various IBM-Compatible Clones

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के फायदे

चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर के फायदे निम्नलिखित हैं:

  • सामान्य उपयोगकर्ताओं के लिए उपयोग में आसान होने के कारण, वे बहुत अधिक लोकप्रिय बने।
  • उनमें माइक्रोप्रोसेसर का उपयोग होने के कारण, वे तेज हो गए और एक साथ एकाधिक कार्य करने में सक्षम हुए।
  • नए ऑपरेटिंग सिस्टम, जैसे माइक्रोसॉफ्ट विंडोज और एप्पल मैक ओएस के विकास से उपयोगकर्ता अनुकूल और स्थिर कंप्यूटिंग वातावरण उपलब्ध हुआ।
  • ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस (GUI) के उपयोग से, यूजर कंप्यूटर के साथ बहुत अधिक आसानी से इंटरैक्ट कर सकते थे।
  • नेटवर्किंग तकनीकों के विकास से, वे अन्य कंप्यूटरों से संचार और संसाधनों को साझा करने की सुविधा प्रदान करते थे।
  • नए प्रोग्रामिंग भाषाओं और सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट टूल्स के विकास से, डेवलपर्स को जटिल एप्लिकेशन और सिस्टम बनाने में आसानी हुई।

चौथी पीढ़ी कंप्यूटर के नुकसान

चौथी पीढ़ी कंप्यूटर के नुकसान निम्नलिखित हैं:

  • वे उनकी खरीद, संशोधन और उनके उपयोग में उन्नयन तकनीकों के लिए बहुत महंगे थे।
  • वे पहली तीन पीढ़ियों के कंप्यूटरों की तुलना में कम निःशुल्क साधनों के साथ आते थे।
  • उनमें निष्क्रिय खुशियों की समस्या थी, जिसमें सिस्टम का नेटवर्किंग अस्थायी रूप से अवरुद्ध हो जाता था।
  • स्वचालन त्रुटियों की समस्या थी, जो अक्सर सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर विफलताओं के कारण होती थी।
  • नए सॉफ्टवेयर एप्लिकेशनों या उन्नत सिस्टमों के लिए तकनीकी अधिकारी और विशेषज्ञों की आवश्यकता होती थी, जो उपयोगकर्ताओं के लिए उपलब्ध नहीं होते थे।

निष्कर्ष

दोस्तों इस आर्टिकल में हमने आपको कंप्यूटर की चौथी जनरेशन के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी है यदि आपको Fourth Generation of Computer in Hindi के बारे में इस आर्टिकल में दी गई जानकारी पसंद आई हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करें।

FAQs

  • चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर का क्या नाम है?

    चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर का नाम वान नीमन (ENIAC) था। यह पहला इलेक्ट्रॉनिक डिजिटल कंप्यूटर था जो 1946 में बनाया गया था।

  • 5वीं पीढ़ी के कंप्यूटर का क्या नाम है?

    5वीं पीढ़ी के कंप्यूटर के कई नाम हैं, लेकिन उनमें से एक मुख्य नाम है पेंटियम (Pentium)। यह इंटेल द्वारा बनाया गया एक मानक प्रोसेसर था जो 1993 में जारी किया गया था।

  • 4th जनरेशन में किसका आविष्कार हुआ?

    4th जनरेशन में वैक्यूम ट्यूब पर आधारित कंप्यूटर का आविष्कार हुआ था। यह कंप्यूटर में दो नए प्रोसेसर अर्थात इंटेग्रेटेड सर्किट (Integrated Circuit) और मेमोरी चिप (Memory Chip) का उपयोग किया गया था। इस पीढ़ी के कंप्यूटर को वैक्यूम ट्यूब वाले कंप्यूटर से बेहतर समझा जाता है।

  • चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर का मूल घटक क्या है?

    चौथी पीढ़ी के कंप्यूटर का मूल घटक “माइक्रोप्रोसेसर” है। माइक्रोप्रोसेसर एक छोटा चिप होता है जो कंप्यूटर की मशीनी भाषा में दी गई निर्देशों को समझकर और उनका कार्यान्वयन करके प्रक्रियाओं को संचालित करता है। यह कंप्यूटर की गति, क्षमता, और कार्य प्रदान करने की क्षमता को निर्धारित करता है।

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मैं एक हिंदी ब्लॉगर हूँ, मेरा नाम हरपाल प्रजापति है और यहाँ पर हम इंटरनेट, कंप्यूटर, टेक्नोलॉजी और गेमिंग से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी और अपडेट्स आप के साथ साझा करते हैं।

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